पादप हार्मोन क्या है (plant hormone in hindi) — पौधों में इनका कार्य एवं महत्व लिखिए | Agriculture Studyy

Agriculture Studyy
3 min readSep 22, 2022

--

पादप हार्मोन (plant hormone in hindi) वह कार्बनिक योगिक होते हैं जो पौधों की वृद्धि एवं विकास को नियंत्रित करते हैं ।

पौधों में पाए जाने वाले हार्मोन को वृद्धि हार्मोन्स (जो पौधों की वृद्धि को उत्तेजित करते हैं) अथवा वृद्धि नियंत्रक (जो पौधों की वृद्धि को नियंत्रित करते हैं) कहते हैं ।

पादप हार्मोन क्या है (plant hormone in hindi) - पौधों में इनका कार्य एवं महत्व लिखिए | Agriculture Studyy

पादप हार्मोन क्या है | definition of plant hormone in hindi

पादप हार्मोन की परिभाषा — “वह कार्बनिक यौगिक जो पौधों में स्वयं प्राकृतिक रीति से संश्लेषित होते हैं और जो अपने उत्पत्ति स्थान से पौधे के अन्य भागों में स्थानांतरित होकर उन में वृद्धि एवं होने वाली देहि अभी क्रियाओं को नियंत्रित करते हैं पादप हार्मोन (plant hormone in hindi) कहलाते हैं ।”

पादप हार्मोन पौधों के लिए क्यों आवशयक है?

पादप हार्मोन के कार्य — पादप हॉर्मोन्स की अल्प मात्रा ही पौधों के विकास एवं वृद्धि नियंत्रण के लिए पर्याप्त होती है । हॉर्मोन्स की तुलना उत्प्रेरकों से की जा सकती है क्योंकि उत्प्रेरकों की भाँति हॉर्मोन्स भी किसी प्रक्रम को आरम्भ नहीं कर सकते ।

ये भी पढ़ें :-

पादप कार्यिकी या पादप शरीर क्रिया विज्ञान | plant physiology in hindi

पौधों में जल का क्या महत्व है एवं पौधों में जल का परिवहन कैसे होता है

जीव रसायन क्या हैं अर्थ, परिभाषा एवं महत्व व कार्य-क्षेत्र

पादप हार्मोन कितने प्रकार के होते है | types of plant hormone in hindi

1. वृद्धि करने वाले पादप हार्मोन -

  • ऑक्सिन ( Auxin )
  • जिबरेलीन ( Gibberelines )
  • साइटोकिनिन ( Cytokinen)

2. वृद्धि को रोकने वाले (वृद्धिरोधक) पादप हार्मोन -

  • इथाइलीन ( Ethylene )
  • एब्ससिसिक एसिड ( Abscisic acid )
  • मलिक हाइड्रोजाईट ( MH )

पादप हॉमोन्स का कृषि में महत्व | Importance of plant hormones in hindi

पादप हॉर्मोन्स का कृषि में निम्न प्रकार विशेष महत्व है -

  • ये जड़, तना पत्ती, फूल तथा फल आदि के विकास में सहायक होते हैं ।
  • विषम ऑक्सिन (hetero-auxin) के द्वारा कलम लगाने में जड़े उत्पन्न होती हैं ।
  • ये संग्रहण में फल व सब्जियों को अकुरित नहीं होने देते ।
  • ये खेती के खरपतवार नष्ट करने में काम आते हैं ।
  • पेड़ से पत्तियाँ, फूल तथा फल समय से पूर्व न गिरें, इस पर हॉर्मोन्स नियन्त्रण करते हैं ।
  • पौधों की वृद्धि अगों में बनने वाले ऑक्सिन पार्श्व कलिकाओं (lateral buds) की वृद्धि को रोकते हैं ।

ये भी पढ़ें :-

आवश्यक पोषक तत्वों का वर्गीकरण एवं पौधों में इनके कार्य, कमी के लक्षण व महत्व

पौधों में आवश्यक पोषक तत्वों के अवशोषण करने की क्रियाविधि लिखिए

एकीकृत पोषक तत्व प्रबन्ध क्या है इनके उद्देश्य एवं महत्व लिखिए

पादप हॉर्मोन्स को प्रभावित करने वाले कारक लिखिए?

पादप हॉर्मोन्स की सक्रियता को प्रभावित करने वाले कारक -

1. हॉर्मोन्स विशिष्टता ( Hormone Specificity ) -

प्रत्येक पादप हॉर्मोन अपनी विशिष्टता रखता है । जड़ों के विकास के लिए, कलिकाओं के विकास के लिए, पुष्पन के लिए, सुसुप्तावस्था विकसित करने तथा उसे समाप्त करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले हॉर्मोन्स अपनी विशिष्टता के अनुसार ही क्रियाशील होते हैं ।

2. पादप विशिष्टता ( Plant Specificity ) –

किसी हॉर्मोन्स की सक्रियता विभिन्न फसलों के अतिरिक्त एक ही फसल की विभिन्न प्रजातियों की विशिष्टता से प्रभावित होती है ।

3. हॉर्मोन्स का सान्द्रण ( Concentration of Hormones ) -

हॉर्मोन्स का सान्द्रण बढ़ने से हॉर्मोन्स की सक्रियता बढ़ जाती है परन्तु एक उचित सान्द्रण के पश्चात् सान्द्रण बढ़ाने पर कोई अनुकूल प्रभाव नहीं पड़ता है ।

Read more...

--

--

Agriculture Studyy
Agriculture Studyy

Written by Agriculture Studyy

Agriculture Studyy - Agriculture Ki Puri Jankari Hindi Mein https://www.agriculturestudyy.com

No responses yet