बागवानी लगाने हेतु स्थान का चुनाव एवं बागवानी का महत्व
बागवानी लगाने हेतु स्थान का चुनाव एवं बागवानी का महत्व ( Selection of place for planting garden and Importance of horticulture )
बागवानी ( फलों की खेती ) करने के लिए स्थान का चुनाव
नया फलोद्यान लगाने से पहले उसके लिये उचित स्थान का चुनाव करना परम आवश्यक होता है ।
स्थान ऐसा होना चाहिये जहाँ पर पौधे अपनी वृद्धि सुचारु रूप से कर सकें तथा साथ ही साथ उन पर अच्छी फसल पैदा हो , जिससे उद्यानकर्ता को अधिक लाभ हो सके ।
विभिन्न फल वृक्षों की जलवायु एवं मिट्टी की आवश्यकता श्री भिन्न — भिन्न होती है , अतः उसको ध्यान में रखना चाहिये ।
बागवानी से लोगों को विभिन्न फलों व उनकी आवश्यकताओं के विषय में पूर्ण ज्ञान न होने से वे उनके लिये उपयुक्त स्थान का चुनाव नहीं कर पाते , परन्तु यह स्पष्ट है कि फलोद्यान की सफलता पूर्ण रूप से स्थान के उचित चुनाव पर निर्भर करती है ।
स्थान का चुनाव करते समय निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना अति आवश्यक होता है -
फलोत्पादन में जलवाय का विशेष महत्त्व होने से उनकी सफलता एवं असफलता जलवायु के ऊपर ही निर्भर करती है ।
जलवायु में किसी भी प्रकार का परिवर्तन करना मनुष्य की शक्ति से बाहर होता है।
अतः फल — वृक्षों की आवश्यकतानुसार ऐसे स्थान का चुनाव करना चाहिये , जो कि फल विशेष के लिये उपयुक्त हो ।
किसी भी स्थान की जलवाय वहाँ की वर्ष भर की वर्षा , रोशनी , आर्द्रता , तापक्रम तथा हवा के दबाव के औसत को कहा जाता है । यह पूर्णतः स्पष्ट है कि जलवायु के सभी कारकों का प्रभाव किसी विशेष स्थान पर समान न होने से प्रत्येक स्थान पर जलवायु में भिन्नता पाई जाती है ।
ऐसा कहा जाता है कि फल — वृक्षों में विभिन्न तापक्रम सहन करने की काफी क्षमता पाई जाती है , परन्तु फिर भी कुछ फल — वृक्ष निश्चित तापक्रम के ऊपर या नीचे फलत नहीं करते हैं।
अतः विभिन्न फल — वृक्षों को ऐसे तापक्रम में उगाना चाहिये जहाँ पर उसकी वृद्धि तथा फलत अच्छी प्रकार से हो सके ।
आगे पढ़ें
Originally published at https://www.agriculturestudyy.com.