भारतीय वन के प्रकार एवं उनका वर्गीकरण
भारतीय वन के प्रकार (types of forest in hindi) — वनस्पति जगत की सबसे बड़ी विशेषता उनकी विविधता है, जो मुख्यतः विभिन्न जलवायु एवं पर्यावरणीय परिस्थितियों के कारण उत्पन्न होती है ।
वनस्पतियाँ प्रमुख रूप से वनों में पाई जाती हैं । इस प्रकार, वन के प्रकार (types of forest in hindi) भी जलवायु एवं पर्यावरणीय परिस्थितियों पर निर्भर हैं ।
पृथ्वी पर जीवन का आनन्द वनस्पतियों एवं जन्तुओं के रूप में प्रस्फुटित हुआ है ।
इन दोनों में वनस्पतियाँ इस दृष्टि से विशेष हैं, कि इन्हीं से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप में मानव एवं अन्य सभी जीव — जन्तुओं को आहार मिलता है ।
भारतीय वन के प्रकार एवं उनका वर्गीकरण
भारत में पायें जाने वाले वनों के प्रकार
उत्तर भारत में हिमालय की चोटियाँ बारह मास बर्फ से ढ़की रहती हैं, जो हाड़ जमा देने वाली ठण्डक से सराबोर करती हैं, तो पश्चिम के थार रेगिस्तान में पूरे वर्ष तन — त्रंण झुलसा देनी वाली गर्मी पड़ती है, पूर्व में मेघ संसार में सर्वाधिक बरसते हैं, तो दक्षिण में पठार तपते — ठण्डे होते रहते हैं और साथ ही भारत के लम्बे समुद्री तट सुहावना मौसम बनाये रखते हैं ।
इन सभी प्रदेशों में जलवायु की भिन्नता स्पष्ट दिखाई देती है । इसी के अनुरूप भारत के वन एवं वृक्ष अपने भिन्न — भिन्न रूपाकार प्रदर्शित करते हैं ।
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भारत में कितने प्रकार के वन पाए जाते है?
जलवायु के आधार पर भारतीय वनों के प्रकार निम्नलिखित है -
भारत एक अनूठा एवं विविधतापूर्ण देश है । यहाँ अनेक प्रकार की जलवायु पाई जाती है, जो भारत की भौगोलिक विविधता का परिणाम है ।
मुख्यत: वन सात प्रकार के होते है -
- उष्ण — कटिबन्धीय सदाबहार वाले वन ( Tropical Evergreen Forests )
- उष्ण — कटिबन्धीय तर मानसूनी वन ( Tropical Moist Monsoon Forests )
- उष्ण — कटिबन्धीय शुष्क कंटीले वन ( Tropical Dry Thorny Forests )
- अर्द्ध उष्ण — कटिबन्धीय पहाड़ी वन ( Sub — tropical Montane Forests )
- शीतोष्ण पहाड़ी वन ( Temperate monate Forests )
- ज्वार प्रदेशीय या दलदली वन ( Tidal or Mangroove Forests )
- नदी तट के वन ( Riverine Forests )