शुद्ध बीज क्या है, बीज कितने प्रकार के होते है एवं बीज की अनुवांशिक शुद्धता
यहां बीज (seed in hindi) का तात्पर्य दानों तथा उन अन्य प्रवध्र्यो से है जिनका उपयोग फसल उगाने के लिए किया जाता है ।
उदाहरण के लिए — फसल उगाने के लिए उपयोग किए जाने वाले आलू के कन्द या गन्ने के तने बीज है ।
परंतु खाने के लिए उपयोग किए जाने वाले आलू के कन्द, गेहूं, जौ, चना, मटर आदि के दाने बीज (seed in hindi) नहीं है ।
बीज या शुद्ध बीज क्या है? What is seed in hindi
उन्नत बीज उन्नत किस्मों के शुद्ध वह स्वस्थ बीज को कहते है ।
किसान को साधारणतया प्रमाणित बीज दिया जाता है ।
केवल उसी किस्म को प्रमाणित बीज उत्पादित किया जा सकता है, जो कि किसी केंद्रीय या प्रादेशिक किस्म विमोचन समिति द्वारा विमोचन हो और जिसकी की अधिसूचना या नोटिफिकेशन जारी हो चुकी हो ।
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बीज की परिभाषा defination of seed in hindi
पादप प्रजनन का मुख्य उद्देश्य फसलों की उन्नत किस्में का विकास करना है, जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि हो सके ।
ऐसा होना तभी संभव है, जब की उन्नत किस्मों के बीज किसानों को खेती के लिए उपलब्ध हो ।
बीज की परिभाषा — “वे सभी दाने बीज कहलाते है, जिनका उपयोग फसलों को उगाने के लिए किया जाता है, जैसे — गेहूं, धान, मक्का आदि ।”
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बीज या शुद्ध बीज की क्या विशेषताएं होती है?
कार्यात्मक पादप प्रजनन का ध्येय अच्छी उन्नत किस्मों का विकास करना है ।
उन्नत किस्मों का उत्पादन पादप प्रजनन विशेषज्ञों द्वारा सुरक्षित पादप प्रजनन की विधियों से किसानों तथा उपभोक्ताओं की आवश्यकता को ध्यान में रखकर किया जाता है ।
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अच्छी किस्मों की उत्तमता — जहां तक संभव हो सके, निम्नलिखित गुणों में होनी चाहिए ।
हेज इमर एवं स्मिथ (1955) के अनुसार -
1. स्थान तथा भूमि की अनुकूलता ( Adaptability of the soil and locality )
2.शुद्ध प्रकार ( Pure type )
3. उपज योग्यता ( Yielding ability )
4. इच्छित कृषि गुण ( Desirable agronomical characters )
5. रोग तथा कीट प्रतिरोधकता ( Disease and insect resistance )
6. विशेष गुणों के लिए गुणवत्ता ( Quality for particular characters )
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Originally published at https://www.agriculturestudyy.com on December 20, 2020.